पूजा

श्री दुर्गा सप्तशती (नवचंडी पाठ) की सम्पूर्ण जानकारी

शक्ति की साधना के लिए दुर्गा सप्तशती का पाठ किया जाता है इसमें महाकाली महालक्ष्मी महासरस्वती माताओं की महिमा का वर्णन है नवरात्र में मां दुर्गा की विशेष कृपा प्राप्त करने के लिए दुर्गा सप्तशती का पाठ किया जाता है।नवरात्र के 9 दिनों तक दुर्गा सप्तशती का पाठ विधि विधान से किया जाए तो मां […]

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नक्षत्र सम्पूर्ण जानकारी

हमारे ज्योतिष आचार्यों ने संपूर्ण ब्रह्मांड को 360 डिग्री में बांटा है जिसमें 12 राशि होती है इन 12 राशियों में 27 नक्षत्र होते हैं प्रत्येक नक्षत्र के चार चरण होते हैं ।इस प्रकार 27 * 4 = 108किसी भी जप अनुष्ठान व्रत में माला जपने का अपना महत्व होता है जिसमें 108 मोती होते

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मंगल दोष पूजा सम्पूर्ण जानकारी

जिस भी व्यक्ति की जन्म कुंडली मे मंगल ग्रह १,४,७,८ व १२ भाव में स्थित हो तो उस व्यक्ति को मंगल दोष होता है। कुंडली में मंगल दोष होने पर मंगल ग्रह के नकारात्मक प्रभाव के कारण विवाह में देरी व दाम्पत्य जीवन मे असंतुलन पैदा होने लगता है। शास्त्रों के अनुसार कुंडली मिलान कर

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रुद्राभिषेक का महत्व

ऑनलाईन या प्रत्यक्ष रूप मे महाशिवरात्र के दिन रुद्राभिषेक करने के लिएसंपर्क करे रुद्रभिषेक करने के लाभ: रुद्राभिषेक कराने से ग्रह दोष, रोग, कष्ट, पाप मिटते हैं. यदि आप संकट में घिरे हैं, भय ने आपको जकड़ रखा है, तो भी रुद्राभिषेक कराने से उनका समाधान होता है. धन, संपत्ति, वैभव, सुख आदि की प्राप्ति

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गुप्त नवरात्रि के दौरान भक्त मां भगवती की पूजा कैसे करे

नवरात्रि माँ भगवती की आराधना का पर्व है जिसे भक्तों द्वारा साल में चार बार मनाया जाता है। प्रकट नवरात्रि चैत्र और अश्विन में होने वाली नवरात्रि है। जबकि माघ शुक्ल पक्ष प्रतिपदा और आषाढ़ शुक्ल प्रतिपदा में होने वाली नवरात्रि गुप्तनवरात्रि है। हिंदू धर्म में गुप्त नवरात्रि का विशेष महत्व है। इस साल माघ

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काल सर्प दोष पूजा सम्पूर्ण जानकारी

कालसर्प योग कुंडली मे देखना बहुत सरल है यदि राहु केतु के मध्य सभी ग्रह आ जाए अर्थात एक प्रकार से राहु केतु सभी ग्रह को लॉक कर दे तो काल सर्प योग बनता है । ये 12 भावो के अनुरूप 12 प्रकार से ही बनता है और अन्य ग्रहों की विभिन्न भावों में उपस्थिति

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